🌧🌧🌧🌧👁🌧🌧🌧🌧
मोर नैना के बादर ला,
आज बरसे के बहाना मिल गे।।
सुख के मैं आशा करेव,
दुख के मोला खजाना मिल गे।।
गिर सम्भल के चलना हे,
अब तोर बिरह में जलना हे।।
तोर मया के दुनिया मा,
नाम मोला परवाना मिलगे।।
जाग-जाग के अब सोना हे,
अब जिनगी भर के रोना हे।।
जान से ज्यादा चाहेव तोला,
तेखरे मोला हर्जाना मिलगे।।
सूरता आगे भुलाय बात के,
उही दिन के उही रात के।।
छलकत हे आँखि ले आँशु,
सँगवारी मोर पुराना मिलगे।।
मोर नैना के बादर ला,
आज बरसे के बहाना मिलगे।।
🌧👁🌧👁🌧
🌧👁अशवनी साहू👁🌧
मोर नैना के बादर ला,
आज बरसे के बहाना मिल गे।।
सुख के मैं आशा करेव,
दुख के मोला खजाना मिल गे।।
गिर सम्भल के चलना हे,
अब तोर बिरह में जलना हे।।
तोर मया के दुनिया मा,
नाम मोला परवाना मिलगे।।
जाग-जाग के अब सोना हे,
अब जिनगी भर के रोना हे।।
जान से ज्यादा चाहेव तोला,
तेखरे मोला हर्जाना मिलगे।।
सूरता आगे भुलाय बात के,
उही दिन के उही रात के।।
छलकत हे आँखि ले आँशु,
सँगवारी मोर पुराना मिलगे।।
मोर नैना के बादर ला,
आज बरसे के बहाना मिलगे।।
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🌧👁अशवनी साहू👁🌧
बहुत बढ़िया
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