। जय जोहर राम-राम सँगवारी हो।
मोला अपन आप ल छत्तीसगढ़िया कहे म कोनो लाज नई हे।
छोटे-मोटे बिजली कतको मारही, जेमा कोनो गाज नई हे।।
मैं तो छत्तीसगढ़िया अव भईया, छत्तीसगढ़ी में गोटियाथव।
जिहा मीठा गिस साग-भात, मांग-मांग के खाथव।।
मैं भोलेनाथ के भक्त हरव, चिंता काहि मोला आज नई हे।
जेखर रखवाला हे ऊपर वाला, वोखर कुछु जात नई हे।।
का होगे ये गीत गवइया ल, कैसे कुछू गात नई हे।
मोला अपन आप ल छत्तीसगढ़िया कहे म कोनो लाज नई हे।।
अइसे कोदा असन झन रहव, गोठियाय म कुछु जात नई हे।
मोला अपन आप ल छत्तीसगढ़िया कहे म कोनो लाज नई हे।।
मोला अपन आप ल छत्तीसगढ़िया कहे म कोनो लाज नई हे।
छोटे-मोटे बिजली कतको मारही, जेमा कोनो गाज नई हे।।
मैं तो छत्तीसगढ़िया अव भईया, छत्तीसगढ़ी में गोटियाथव।
जिहा मीठा गिस साग-भात, मांग-मांग के खाथव।।
मैं भोलेनाथ के भक्त हरव, चिंता काहि मोला आज नई हे।
जेखर रखवाला हे ऊपर वाला, वोखर कुछु जात नई हे।।
का होगे ये गीत गवइया ल, कैसे कुछू गात नई हे।
मोला अपन आप ल छत्तीसगढ़िया कहे म कोनो लाज नई हे।।
अइसे कोदा असन झन रहव, गोठियाय म कुछु जात नई हे।
मोला अपन आप ल छत्तीसगढ़िया कहे म कोनो लाज नई हे।।
अश्वनी साहू
सुघ्घर
ReplyDeleteधन्यवाद
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