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🌴 चलव संगी लगाबो रुख -राई,
नही तो जिनगी हो जाहि दुख-दाई।
🌿 ऐखर धरती म रहे ले गिरही पानी,
एहू कहावत सही हे याद आ जाहि नानी।
☘ ऐखर छाव म राम जी करिस आराम,
आव संगी करबो रुख लगाये के सुघ्घर काम।
🍀 जेखर ले होही जग म अमर हमर नाम।
खुश होके आर्शीवाद देहि भगवान राम।।
🍃 सुरुज देवता के घाम ले बचाहि ऐखर छांव।
दाई के अचरा सही नीम, बर पीपर के छांव।।
🍁 जैसे तरिया के पानी ल ठण्डा रखते काई,
चलव संगी लगाबो रुख-राई।
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🎍🎍अशवनी साहू🎍🎍
👌👌👌👌
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