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मोर घर म जनम लेके बेटी, धन्य करे तै मोला।
तोर जनम के खुशी म घर सजाहू, जम्मो बारी कोला।।
आज पांचवा दिन जम्मो झन मिलके, मनाबो तोर छठठी।
मिले ये खुशी के मौका म, नेवता देहु जम्मो येला-ओला।।
बनगे हस तहि मोर जिनगी बेटी, अऊ तहि मोर नानक लोला।
स्कूल म तोर नाम लिखाहु, जाबे पढे बर धर के झोला।।
रहत ले मोर घर के बेटी, कमा-कमा के करहु तोर पालन-पोषन।
पढे बर जा बेटी, पढ़-लिख करबे मोर नाव रोशन।।
खेले-कूदे के दिन सिरागे, पढ़ाई होगे आज तोर पुरा।
उमर होगे हे बिहाव के, देखे बर आये हे ददा संग टुरा।।
मोर आँखि ले आँशु बोहागे, मोला छोड़ जाबे फटगे छाती।
जा माइके के लाज रखबे बेटी, रोज जलाबे दिया-बाती।।
तोर ले बिछड़े के दुख म, बेटी आज जम्मो रोवत हे।
बड़ भागमानी होथे वो पिता, कन्यादान कर पाप धोवत हे।।
घर म जतका दिन ले रहे, बने रहे घर के महारानी।
जावत हस ससुराल बेटी, सूरता आही मइके के कहानी।।
🌻🧘🏻♀🏡👩🏻🦳🏡🧘🏻♀🌻
🐥🌹अशवनी साहू🌹🐥
मोर घर म जनम लेके बेटी, धन्य करे तै मोला।
तोर जनम के खुशी म घर सजाहू, जम्मो बारी कोला।।
आज पांचवा दिन जम्मो झन मिलके, मनाबो तोर छठठी।
मिले ये खुशी के मौका म, नेवता देहु जम्मो येला-ओला।।
बनगे हस तहि मोर जिनगी बेटी, अऊ तहि मोर नानक लोला।
स्कूल म तोर नाम लिखाहु, जाबे पढे बर धर के झोला।।
रहत ले मोर घर के बेटी, कमा-कमा के करहु तोर पालन-पोषन।
पढे बर जा बेटी, पढ़-लिख करबे मोर नाव रोशन।।
खेले-कूदे के दिन सिरागे, पढ़ाई होगे आज तोर पुरा।
उमर होगे हे बिहाव के, देखे बर आये हे ददा संग टुरा।।
मोर आँखि ले आँशु बोहागे, मोला छोड़ जाबे फटगे छाती।
जा माइके के लाज रखबे बेटी, रोज जलाबे दिया-बाती।।
तोर ले बिछड़े के दुख म, बेटी आज जम्मो रोवत हे।
बड़ भागमानी होथे वो पिता, कन्यादान कर पाप धोवत हे।।
घर म जतका दिन ले रहे, बने रहे घर के महारानी।
जावत हस ससुराल बेटी, सूरता आही मइके के कहानी।।
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🐥🌹अशवनी साहू🌹🐥
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