तुम कहती थी रोज, कि हम आपके है कौन।
खत्म हुआ घडी इंतजार का, लो आ गया मेरा फोन।
वो दीवानी थी मेरी, जिसको लग गया फोन।
फोन उठाकर बोली पगली, हैलो आप कौन।
तो हमने भी कह दिया, पहचानी नही मुझे।
मैं तुम्हारा आशिक, चाहने वाला और कौन।
सुनते ही आशिक शब्द, बोली नम्बर है अननोन।
मोहब्बत है तुमको, इसलिये उठा लिया मेरा फोन।
पता नही दे सकती घर का, तो बुला लो अपना होम।
सारी शिकायत दूर हो जायेगी, नही लाऊंगा कोई फोन।
अगली बार कॉल मत करना, यही कहा नही लिया है लोन।
चुका दे प्यार की पहली किस्त पगली, नही आएगा फोन।
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🙏🌹अशवनी साहू🌹🙏
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