🙏👨🏼🦳👩🏻🦳 *दाई-ददा* 👩🏻🦳👨🏼🦳🙏
पांव परत हव मोर दाई अऊ ददा,
जउन मोला ये दुनियां म लाये हव।
जउन मोला ये दुनियां म लाये हव।
धन्य होगेंव मैं तुहर आशीष पा के,
चरण म माथा ल नवाये हव।
चरण म माथा ल नवाये हव।
दाई हावय मोर धरती तो,
ददा मोर हावय आसमान।
ददा मोर हावय आसमान।
तुंहर मन के संग रहत ले,
नई बिगड़य हमर कुछू काम।
नई बिगड़य हमर कुछू काम।
करे हावव धन्य आज मोला,
गुरु अऊ गोविंद के अंतर बता के।
गुरु अऊ गोविंद के अंतर बता के।
चुकाहू कइसे करजा ल तूहर,
मोर अंग बनायेव अपन खून लगा के।
मोर अंग बनायेव अपन खून लगा के।
हाथ जोड़ के विनती हे,
सदा आशीष बनाये रहूं।
सदा आशीष बनाये रहूं।
दुनिया म रहू कोनो कोती,
अपन अचरा के छांव बनाय रहू।
अपन अचरा के छांव बनाय रहू।
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🌻अशवनी साहू🌻
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