💎💎 *गाँव* 💎💎
दुनियां भर म सबले सुघ्घर हे हमर गांव,
जिहा प्रसिद्ध हे दाई महामाई, अऊ ओखर अचरा के छांव।
बड़े बिहिनिया ले कउआँ करथे कांव-कांव,
मनखे मन उठ के चलाथे पोंगा रांव-रांव।
लइका मन बिहिनिया ले उठ के परथे पाँव,
बड़े मन के आशीर्वाद ले, मिलथे सुख के छांव।
दीदी-बहिनी मन बिहिनिया ले, करथे घर के साफ-सफाई,
सब मिल के जाथे खेत-खार करे बर कमाई।
भात-साग खाये बर, लइका मन करथे खांव-खांव,
हमर गांव के यज्ञ के चर्चा होवत हे गांव-गांव।
अपन लइका बर पल-पलाथे दाई-ददा के मया-भाव,
गर्मी के घाम ले बचाथे, रुख-राई के छांव।
होथे बैठक गांव के विकास बर, ग्राम हे जेखर नाव,
चलव चली गोदी-माटी म, सरकार देवत हे बने भाव।
⚒🛠⚒⚒🛠⚒🛠⚒🛠
💎🙏अशवनी साहू🙏💎
दुनियां भर म सबले सुघ्घर हे हमर गांव,
जिहा प्रसिद्ध हे दाई महामाई, अऊ ओखर अचरा के छांव।
बड़े बिहिनिया ले कउआँ करथे कांव-कांव,
मनखे मन उठ के चलाथे पोंगा रांव-रांव।
लइका मन बिहिनिया ले उठ के परथे पाँव,
बड़े मन के आशीर्वाद ले, मिलथे सुख के छांव।
दीदी-बहिनी मन बिहिनिया ले, करथे घर के साफ-सफाई,
सब मिल के जाथे खेत-खार करे बर कमाई।
भात-साग खाये बर, लइका मन करथे खांव-खांव,
हमर गांव के यज्ञ के चर्चा होवत हे गांव-गांव।
अपन लइका बर पल-पलाथे दाई-ददा के मया-भाव,
गर्मी के घाम ले बचाथे, रुख-राई के छांव।
होथे बैठक गांव के विकास बर, ग्राम हे जेखर नाव,
चलव चली गोदी-माटी म, सरकार देवत हे बने भाव।
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💎🙏अशवनी साहू🙏💎
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