🎍🏵️गोंदा के फूल🏵️🎍
बड़ महकत हे गोरी,
तोर गोंदा के फूल।
तै मोला भूल जा,
पर मैं नई पाहुँ भूल।
आगे हे सावन महीना,
झूले तै झूलना के झूल।
रेंगत हस तै झुलाक़े बेनी,
लगाए गोंदा के फूल।
बात का हे तोर दिल म,
बता दे झन जाबे तै भूल।
बड़ सुंदर दिखत हे तोर चेहरा,
लगाये गोंदा के फूल।
सोनहा पहिरे नाक म नथिनी,
कान म पियर झुल।
तोला देख मन बइहागे,
लगाए गोंदा के फूल।
गोरा-गोरा रंग हे गोरी,
होंठ जइसे गुलाब के फूल।
गाल दिखत हे गुल-गुल भजिया,
लगाये तै गोंदा के फूल।
🌻🌻🌻🌻🎍🌻🌻🌻🌻
🎍🌻🎍अशवनी साहू🎍🌻🎍
Comments
Post a Comment
Thank you for comment