सभ्य समाज की पहचान है व्यवहार,
कुछ होते है अच्छे, कुछ है बेकार।
अच्छाई ने दिया सबको समानता,
कुछ अभिशाप है जिनके गन्दे है विचार।
कहीं पर हुई गरीबो की मदद,
वही कुछ ने किया इन पर किया अत्याचार।
खत्म करना होगा "लोगो को नही" उनके विचार,
जो समाज को बना देता है बेबस और लाचार।
🎍🙏अशवनी साहू🙏🎍
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