भगवान श्री राम है सच्चे पुरुषार्थ की मूर्ति।
जिनका नाम मात्र लेने से इच्छा की होती है पूर्ति।
अज्ञानता के कारण परीक्षा लेने पहुँची माता सती।
जो पहचान नही सकी आप ही है आयोध्या पति।
जिसमे आपका नाम न हो वो धन-दौलत है बेकार।
आपने अपनी लीलाओं में समझाया नासमझ है संसार।
आपका नाम मात्र ले लेने से हो जाती नौका पार।
अपने चरणों से पत्थर का किया था तुमने उद्धार।
मारा था आपने अधर्मी पापी महा दुष्ट रावण।
आपकी चरणों की धूल पवित्र है, है बहुत पावन।
त्याग कर महल का सुख पुरा किया पिता का वचन।
जीत कर रावण की लँका निभाया विभीषण का कसम।
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🙏🎍अशवनी साहू🎍🙏
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