किस्मत के भरोसे तुम यूं ना बैठो यारो,
किस्मत का खेल निराला है।
अपने कर्म के प्रति कर्मशील रहो,
कोई ना जाने कल क्या होने वाला है।
बिना कर्म किये किसी को इस जहाँ में,
किस्मत के भरोसे कुछ नही मिलने वाला है।
मत करो भरोसा इस अनजान किस्मत पर,
समय आने पर ये भी धोखा देने वाला है।
कर जाता है अक्सर सौदेबाजी ये गरीबो से,
किस्मत भी अमीरों का साथ देने वाला है।
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