मैं कौन हूँ ?
मैं क्या दो हाथ-पैर,
एक नाक, दो कान,
एक मुँह,बीस उंगलियां,
एक जीभ, बत्तीस दांत,
जीव हूँ।
मैं क्या दो हाथ-पैर,
एक नाक, दो कान,
एक मुँह,बीस उंगलियां,
एक जीभ, बत्तीस दांत,
जीव हूँ।
मैं कौन हूँ ?
मैं क्या सामाजिक,
असामाजिक, धार्मिक,
धर्मी, अधर्मी, राजनीतिक,
धन के लोभी, कामी, क्रोधी,
मूर्ख, समझदार, दुष्ट, अच्छा,
अहंकारी, षडयंत्र कारी,
पाप पुण्य, लाभ-हानि,
निर्मोही, मोह में जकड़ा
हुआ प्राणी हूँ।
मैं क्या सामाजिक,
असामाजिक, धार्मिक,
धर्मी, अधर्मी, राजनीतिक,
धन के लोभी, कामी, क्रोधी,
मूर्ख, समझदार, दुष्ट, अच्छा,
अहंकारी, षडयंत्र कारी,
पाप पुण्य, लाभ-हानि,
निर्मोही, मोह में जकड़ा
हुआ प्राणी हूँ।
मैं कौन हूँ ?
मैं क्या पांच तत्व हूँ,
जल, अग्नि, वायु,
मिट्टी, आकाश,
न तलवार, न हवा,
न पानी, न आग मिटा
सकती है,
मैं अजय अमर,
न मरने वाला उस परमात्मा
का अंश आत्मा हूँ।
मैं क्या पांच तत्व हूँ,
जल, अग्नि, वायु,
मिट्टी, आकाश,
न तलवार, न हवा,
न पानी, न आग मिटा
सकती है,
मैं अजय अमर,
न मरने वाला उस परमात्मा
का अंश आत्मा हूँ।
*अशवनी साहू*
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