🌲🐮हमर महतारी गऊ🐮🌲 बड़ मयारू हे भाई हमर गऊ महतारी, येखर मूत्र ले दूर हो जाथे बड़े-बड़े बीमारी। संझा-बिहनियां दूध देवइया ताय, सूखा पैरा-भूसा , कांदी-कचरा ल खाय। दूध ले बनथे तोर रंग-रंग के मिष्ठान, जेखर भोग खाथे ल जम्मो देवी-भगवान। अपन दूध ल पियाके दाई करे हमला बड़े, बड़ अभागी हे ये मानुष जउन तोला मारे बर खड़े। तोर दूध ल पीके धन्य होगिस श्रीकृष्ण भगवान, हमर घर के तहि लक्ष्मी अमर रहे तोर नाम। तोर रहे के ठउर नई हे बनगे बड़े-बड़े भवन, तोर आशीर्वाद के बिना सिद्ध नई होये कोई हुम-हवन। तोर महिमा हे दाई अपरम्पार, बछरू ल छोड़ जथस चरे खेत-खार। ...