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Showing posts from February, 2020
                  🌧🌧🌧🌧👁🌧🌧🌧🌧 मोर नैना के बादर ला,           आज बरसे के बहाना मिल गे।। सुख के मैं आशा करेव,            दुख के मोला खजाना मिल गे।। गिर सम्भल के चलना हे,            अब तोर बिरह में जलना हे।। तोर मया के दुनिया मा,             नाम मोला परवाना मिलगे।। जाग-जाग के अब सोना हे,              अब जिनगी भर के रोना हे।। जान से ज्यादा चाहेव तोला,               तेखरे मोला हर्जाना मिलगे।। सूरता आगे भुलाय बात के,               उही दिन के उही रात के।। छलकत हे आँखि ले आँशु,                सँगवारी मोर पुराना मिलगे।। मोर नैना के बादर ला,                आज बरसे के बहाना मिलगे।।             ...

🍯 *गुटका अऊ अमृत* 🍯

                  🍯 * गुटका अऊ अमृत * 🍯 एक ठन गांव म दु झन सँगवारी रहत रहिस-- रामु अऊ श्यामू रामु-   श्यामू ल कहिस चल भाई        नवधा देखे अऊ सुने बर जाबो! श्यामू-   हव भाई फेर मोला गुटका खवाबे! रामु-      हव!   दुनो नवधा स्थल म पहुँच के बैठ गिस अऊ नवधा सुने लगिस, रामु भगवान के कथा ल सुन-सुन के श्यामू संग गोठियाय अउ श्यामू गुटका दबाय अपन मगन हे। एतका भगवान ल भोरहा होगे की ये भगत ह मोर कथा ल ध्यान से सुनत हे करके ।  अउ भगवान श्यामू बर अमृत लेके आगे अउ कहिस बेटा तै मोर कथा ल एतेक ध्यान ले सुनत रहे मैं तोर ले प्रसन्न होके अमृत लाये हव ले पी ले। फेर श्यामू कहिस भगवान जी मैं तोर कथा ल नई सुनत रहव मैं तो गुटका के मजा लेवत रहेंव। अउ प्रभु मैं अभी गुटका खावत हव तव अमृत ल मैं बाद म पीहू।                 🍸🍸🍸🍸🍬🍸🍸🍸🍸
                    😓 **मया के दगा ** 😓 तोर दगा ला सोच के टुरी।             मन मोर आज हतास होगे।। काबर तोर संग मया करेव।              जिनगी के सत्यानाश होगे।। भूल गे तै मया के किरिया।           भारी पड़गे रे तोर पिरिया।। मैं तोर बर अनजान होगेंव।             अब बइरी तोर खास होगे।। काबर तोर संग मया करेव।              जिनगी के सत्यानाश होगे।। बड़ पछतायेव दिल लगा के।                 आँखी बोहायेव आँखी मिला के।। कइसे होथे रे मया के पीरा।                  महुला अब अहसास होगे।। तोर दगा ला सोच के टुरी।             मन मोर आज हतास होगे।। तोर जिनगी ले भगा दिये तै।               काबर मोला रे दगा दीये तै।। कहिथे टुरी मन दगा...
                 🙏🌹 * किरीया * 🌹🙏 🌸नई कहव तोला किरिया खाय बर।            नई कहव तोला मर के देखाय बर।। 🌸कर के झन कर तै मोर संग प्यार।          मैं तो मर्थव रे टुरी तोला पाय बर।। 🌸सुरता आथस तै मोला सुरताय बर।              सपना में आथस नींद ले जगाय बर।। 🌸देखे बर तोला रे नैना मोर तरस जाथे।             एक बार आजा दरस देखाय बर।। 🌸मया के मीठ-मीठ गीत गाय बर।             मोर अंतस के बात ला बताये बर।। 🌸अब कर तहि गोरी कोनो उपाय।           का करव दिल के हाल सुनाय बर।। 🌸नई कहव तोला प्यास बुझाय बर।            नई कहव तोला दिल धड़काय बर।। 🌸तोर सूरता के मा...

🌾🍚 *धान के कटोरा* 🍚🌾

                   🌾🍚 *धान के कटोरा* 🍚🌾 🌾तोला कहिथें धान के कटोरा।             तहि भरे दाई सब के कोठी बोरा।। 🌾कखरो ले भेद नई करे, मोर छ ग महतारी।              जम्मो ल तै अपन माने, नई देच कोनो ल गारी।। 🌾छत्तीसगढ़ के इहि चिन्हारी, कचरा-घुरूवा अउ बारी।           जम्मो मिल के तोर सेवा करथे, का गोरी का कारी।। 🌾जम्मो किसान जावत हे, खेत धरे नांगर-बइला अउ तुतारी। आगे किसानी के दिन, निकालव बसूला-बींधना अउ आरी।। 🌾मनाथे किसान पहली हरेली के तिहार।               किसानी हमर धरम-करम चलव संगी जाबो खेत-खार।। 🌾अपन लइका के करथच तहि चिन्हारी।         महू तोर लइका अव दाई, खड़े हव तोर द्वारी।। 🌾रिसाबे झन दाई कहिस मनटोरा। तोला कहिथे धान के कटोरा।।                      🙏🌾🌾🌾🌾🌾🌾🙏             ...

🌹मोर आँखी म तोर सपना🌹

*🌹मोर आँखी म तोर सपना🌹* 🤦‍♂आँखी मा मोर गोरी,           सपना हे तोर गोरी। मया के गठरी ल,            अइसे झन छोर गोरी।। 🥳दिल तो बच्चा हे,             मया मोर सच्चा हे। मान ले कहना तै,             तोरो भर अच्छा हे।। 🗣सुन ले तै बात गोरी,             देदे न साथ गोरी। रानी तोर सुरता मा,              कटे नही रात गोरी।। 😘रूप तोर सुहाना हे,            दिल मोर दीवाना हे। चाहे मोर जान जाएं,              फेर तोला पाना हे।। 😏नखरा ला टार गोरी,           करले तै मया गोरी। मुश्किल मा मिलथे,            सच्चा दिलदार गोरी।। 💃लहराये तोर अचरा के छोर गोरी। बांध लें मोर संग पिरीत के डोर गोरी।। 🚘तोर संग मया हे,         ये दिल बेकरार हे। चल दुनो भाग चली, ...

🌷 _*भोला भंडारी*_ 🌷

          🙏🌷 _*भोला भंडारी*_ 🌷🙏 🐍मोर भोला हे भण्डारी।          करय नन्दी के सवारी।। 🙏ओम नमः शिवाय ओम नमः शिवाय🙏 🐍हर-हर, हर महादेव जय महाकाल बोले।             तोर भक्ति म लीन होके, तन-मन डोले।। 🙏ओम नमः शिवाय ओम नमः शिवाय🙏 🐍पिये तै गांजा खाये भांग के गोली।           संग म भूत-प्रेत के टोली।। 🙏ओम नमः शिवाय ओम नमः शिवाय🙏 🐍शुभ-शुभ, शुभ शिव नाम।       जपले रे प्राणी शुबे-शाम।। 🙏ओम नमः शिवाय ओम नमः शिवाय🙏 🐍बिहनियां-बिहनियां करथव तोर पूजा।।        तोर सिवा न कोने हे, न होयव कोई दूजा।। 🙏ओम नमः शिवाय ओम नमः शिवाय🙏           🙏🙏🌸🌸🌸🙏🙏           🌸 _अशवनी साहू_ 🌸

🌲🎊फागुन के रंग🎊🌲

                                  *🌲🎊फागुन के रंग🎊🌲* 💉आगे-आगे फागुन आगे।            सब्बो डहर खुशी के रंग छागे।। 💉आवव संगी होले जलाबो।            समाज के  बुरई मिटाबो।। 💉लइका-सियान जम्मो ल रंग लगाबो।               सोहारी संग मीठा खाबो।। 💉दाई-ददा, भाई-बहिनी जम्मो झन सकलाये हे।             हरियर-पियर, लाली एक-दूसर ल रंग लगाए हे।। 💉आगे-आगे फागुन आगे चलव रंग लगाबो जी।          चल समारू नगाड़ा निकाल मिल के नाचबो गाबो जी।। 💉ये होली म जम के रंग लगाना हे।            आपस के बैर छोड़ होली मनाना हे।। 💉लड़ई-झगड़ा म कुछु नइये।            मया के रंग लगावव जी।। मोरो घर म कूकरी चूरे हे।             मिल-जुल के खावव जी।।       ...

🙏हर-हर महादेव🙏

                   🙏हर-हर महादेव🙏 का जादु हे भोले तोर नाम के।       समय नई लागय बने म, बिगड़े काम के।। डम-डम, डम-डम डमरू बाजै।       भूत-प्रेत संग दुनिया नाचै।। तोर महिमा अपरम्पार हे प्रभु।              एतका कृपा कर गलती झन होय कभु।। मैं अज्ञानी हव भोले बाबा।             तोर चरण म काशी-काबा।। अब तो आजा प्रभु मोर अंगना।            माता पार्वती के संग म।। आगे महाशिवरात्रि नरियर भेला चढाहु।           बभांग संग चिलम घलो पियाहू।। कहिथे तोला काल के महाकाल।        अब तोरे सहारा हे प्रभु मोला सम्भाल।। तै तो हावच अन्तर्यामी, तीन लोक के तही स्वामी।           अब तो दरश दिखा दे मैं मूर्ख फलकामी।।                      🥥🥥🥥🥥🥥             ...

🌺वादा करले🌺

                * _ 🤝🌺वादा करले🌺🤝 _ * वादा करते जा रे गोरी।           मिले बर आबे तै साँझ के।। भर के आबे रे पानी गुंडी तै।           बर्तन भाड़ा ल माँज के।। माथा में तोर लाली सजाके।          कान में सोनहा बाली लगाके।। लाली लुगरा पहिर के आबे।          आँखी म काजर आंज के।। वादा करते जा रे गोरी।           मिले बर आबे तै साँझ के।। झन तै अबड़ देरी लगाबे।           गांठ बांध लें झन तै भुलाबे।। पहिर के आबे पांव म पैरी।            हाथ म चूरी ल भांज के।। वादा करते जा रे गोरी।          मिले बर आबे तै साँझ के।।              ...

🌹तोर सुरता🌹

                     * 💏🌹तोर सुरता🌹💏 * तोर सुरता मोर संग हे।           तभे तो दिल म उमंग हे।। कब आबे तै जिनगी म।           तोर बिना जिनगी तंग हे।। गोरी मोला तोर कान्हा बनाले।            बनके तै राधा रानी रास रचाले।। निखर जाहि तोर चेहरा।            मया म अइसे रंग हे।। कब आबे मोर जिनगी म।            तोर बिना जिनगी तंग हे।। सात जनम के बंधना बन्धाले।            चन्दा सुरुज के मांघ सजाले।। तोर बिना मैं मर जाहु।          खुद से अब मोर जंग हे।। आजा गोरी जिनगी म।          तोर बिना जिनगी तंग हे।।           ...

*🌹🌷कोन जनी तै कहा ले आए🌷🌹*

* 🌹🌷कोन जनी तै कहा ले आए🌷🌹 * कोन जनी तै कहा ले आए,            आके मोर दिल म समाये। मन बइहा मतवाला होगे ,           हलु-हलु तै जब मुचकाये।। जिनगी के हालात बदल गे,        अब मोरो गोठ बात बदल गे। समझ नई आवय का होगे मोला,         दिन बदल गे रात बदल गे।। एक झलक तोला देखे बर,         बइठे रहिथव आस लगाए। मन बइहा मतवाला होगे,         हलु-हलु तै जब मुचकाये।। किरिया खा मोर हाथ धरके,           रानी बनबे तै मोर घर के। मोर जिनगी तोर नाम कराले,           नई मुकरव मैं वादा करके। आँखी मूँदत तोर चेहरा दिखे,          अइसे मोला दीवाना बनाये। मन बइहा मतवाला होगे,         हलु-हलु तै ज...

🙏🌷हमर छत्तीसगढ़ के 36 किला🌷🙏

              🙏🌷हमर छत्तीसगढ़ के 36 किला🌷🙏   शिवनाथ नदी के उत्तर म रतनपुर शाखा अऊ दक्षिण म रायपुर शाखा हे।                    🏜 रतनपुर के 18 गढ़ 🏜 रतनपुर, उपरोड़ा, मारो, विजयपुर, खरौद, कोटगढ़, नवागढ़, सोढ़ी, ओखर, पडरभट्ठा, सेमरिया, मदनपुर, कोसगई, करकट्टी, लाफा, केंदा, मातीन, पेण्ड्रा,                       🏜रायपुर के 18 गढ़  🏜 रायपुर, पाटन, सिगमा, सिंगारपुर, लवन, अमीर, दुर्ग, सारधा, सिरसा, मोहदी, खल्लारी, सिरपुर, फिंगेश्वर, सुवरमाल, राजिम, सिंगारगढ़, टेंगनागड़, अकलवाड़ा,  
       * 👳‍♀छत्तीसगढ़ी बोली👳‍♀ * बड़ गुरतुर हे छत्तीसगढ़ी बोली। एइसन लागथे जइसे हँसी-ठिठोली।। सिधवा बर सिधवा, बइरी बर बन्दूक के गोली। बड़ गुरतुर हे छत्तीसगढी बोली।। फागुन म जम्मो मिल के खेलबो होली। बड़ गुरतुर हे छत्तीसगढी बोली।। छत्तीसगढ़िया के बोली पहचान। लुहँगी गमछा हे निशान।। घर के चिन्हारी अंधयारी खोली। बड़ गुरतुर हे छत्तीसगढी बोली।। जइसे मीठ हे गारी रोगहा-कीरहा। काम के कपड़ा फटहा-चिरहा।। बोझा बाँधे बर हे जइसे पैरा डोरी। बड़ गुरतुर हे छत्तीसगढी बोली।।    🙏🙏🌹अशवनी साहू🌹🙏🙏                        ये चितौड़गढ़ कोरबा के किला हरे

एक कप चाय

     🍵 एक कप चाय 🍵 वाह रे चाय का गजब डाये। तोर नशा जम्मो झन ल छाये।। वाह रे चाय बस एकेच कप ताय। लइका-सियान सबो ल दीवाना बनाय।। एक चम्मच शक्कर अऊ पत्ती चाय, संग म आदा के गरम  पानी ताय।। जम्मो हावय तोर दीवाना, पी-पी के गावत हे गाना।। सगा माने के तहि निशानी, बड़ लम्बा हे तोर कहानी।। तोर कमी ले घर म झगड़ा माते, एक कप मिल जाय करके तोरे गुड़ गाथे।।          🍵अशवनी साहू🍵

मैं हरव छत्तीसगढ़िया।

                 । जय जोहर राम-राम सँगवारी हो। मोला अपन आप ल छत्तीसगढ़िया कहे म कोनो लाज नई हे। छोटे-मोटे बिजली कतको मारही, जेमा कोनो गाज नई हे।। मैं तो छत्तीसगढ़िया अव भईया, छत्तीसगढ़ी में गोटियाथव। जिहा मीठा गिस साग-भात, मांग-मांग के खाथव।। मैं भोलेनाथ के भक्त हरव, चिंता काहि मोला आज नई हे। जेखर रखवाला हे ऊपर वाला, वोखर कुछु जात नई हे।। का होगे ये गीत गवइया ल, कैसे कुछू गात नई हे। मोला अपन आप ल छत्तीसगढ़िया कहे म कोनो लाज नई हे।। अइसे कोदा असन झन रहव, गोठियाय म कुछु जात नई हे। मोला अपन आप ल छत्तीसगढ़िया कहे म कोनो लाज नई हे।।                                  अश्वनी साहू

सुरता आथे स्कूल के दिन भाग-१

सुरता आथे मोला स्कूल के दिन। स्कूल के वो पहली दिन।। नई जावन स्कूल बस्ता झोला बिन। गुरु जी ल देख के भाग जाय सब नींद।। बिहनियां ले उठ के खावन तीन दिन के बासी। तभो तीर नई आवये हमर सर्दी, बुखार अऊ खाशी।। स्कूल रददा के वो चिखला, तालाब के वो बिछ्ला। गुरुजी के वो बेशरम के डंडा, पड़ते ही हो जाय ठण्डा।। सँगवारी मन के संग वो मस्ती, घूमना-फिरना बस्ती-बस्ती। कम उम्र के लइका फेर रहेन बहुत बड़े हस्ती।। गुरुजी के डर में सु-सु लागय छीन-छीन। सुरता आथे मोला स्कूल के दिन।। अश्वनी साहू

चीला रोटी छत्तीसगढ़ी व्यन्जन

चन्नी कस छेदा-छेदा चीला रोटी ताय जी। गुलगुलहा चीला सब मिल के खाय जी।। हरेली तिहार में सबो घर बनाय जी। नागर तुतारी के संग में बइला ल खिलाय जी।। नुन्हा अऊ गुडहा दुये टन ताये जी। नुन्हा चीला पताल चटनी में अड़बड़ मिठाय जी।। जेन खाय येला येखर दीवाना हो जाये जी। चन्नी कस छेदा-छेदा चीला रोटी ताय जी।। हमार दाई अपन मया मिला के येला बनाये जी। चन्नी कस छेदा-छेदा चीला रोटी ताय जी।।                                                   रामेश्वर साहू  

हमर गवई गांव के बोइर

वाह रे बोइर, वाह का गजब ढाये। लाली प्यूरी रूप देखा के, सब ल पास बुलाये।। टुरी-टुरा लइका सियान सबो भीड़ लगाए। कोकी-कोकी तोर काटा, ले सबो डराए, फिर तोर मोह में सब तीर में आये।। अजब गजब तोर मिठास हे, मुह में पानी आये। तोर रूप ह सबो ल लुभाय हे, तोला खाय बर शहर तड़प जाए।। तोला खाय ले पेट साफ हो जाय। वाह रे बोइर का गजब ढाये।। Add caption